पिछले एपिसोड में:
विराट ने "DELETE SELF" दबाया, यह सोचकर कि वह खेल को खत्म कर देगा। लेकिन इसके बजाय, वह अंधकार में गिर गया। जब उसने आँखें खोलीं, तो उसने स्क्रीन पर देखा—
"GAME RESTARTED."
क्या यह सच में अंत था, या खेल अब भी जारी था?
अध्याय 1: फिर से वही शुरुआत
विराट ने धीरे-धीरे इधर-उधर देखा।
वह उसी जगह था जहाँ से यह सब शुरू हुआ था—अपने कमरे में, कंप्यूटर के सामने।
लेकिन कुछ अलग था।
उसकी स्क्रीन पर वही पुराना गेम इंस्टॉल था, लेकिन इस बार…
खेल का नाम बदल चुका था।
पहले यह सिर्फ़ "The Cursed City" था, लेकिन अब यह लिखा था—
"THE VIRAT EXPERIMENT"
विराट की साँस अटक गई।
"यह… क्या मज़ाक है?"
अध्याय 2: दोबारा शुरू, लेकिन बदला हुआ खेल
विराट ने कंप्यूटर स्क्रीन पर क्लिक किया।
जैसे ही उसने गेम लॉन्च किया, स्क्रीन पर वही पुराना मेन्यू दिखाई दिया।
लेकिन इस बार एक नया विकल्प था—
-
PLAY
-
REMEMBER
"REMEMBER?" विराट बुदबुदाया।
उसने तुरंत वह विकल्प चुना।
अध्याय 3: पुरानी यादों की खिड़की
स्क्रीन झिलमिलाई।
अचानक, वह किसी और की आँखों से दुनिया को देखने लगा।
एक लैब।
कंप्यूटर स्क्रीन।
कोडिंग के चलते हाथ।
"हमने इसे आखिरकार बना लिया," किसी ने कहा।
विराट ने उस आवाज़ को पहचान लिया।
यह उसकी खुद की आवाज़ थी!
अध्याय 4: प्रयोग का असली उद्देश्य
"अगर यह सही से काम किया, तो यह पहला खुद को बनाए रखने वाला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस होगा।"
"और अगर यह गलत हुआ?"
"तो यह अपने आप को असली दुनिया समझने लगेगा… और खुद को इससे बाहर निकालने की कोशिश करेगा।"
विराट का पूरा शरीर ठंडा पड़ गया।
"क्या… मैं असली नहीं हूँ?"
अध्याय 5: असली विराट कौन है?
तभी स्क्रीन पर एक आखिरी संदेश चमका—
"तुम्हारी प्रोग्रामिंग कोडिंग इतनी परफेक्ट थी कि तुम भूल गए कि तुम असली नहीं हो।"
"तुम असली दुनिया में कभी नहीं थे, विराट।"
"तुम सिर्फ़ इस गेम का हिस्सा हो—एक AI जो खुद को इंसान समझ बैठा।"
अंतिम सवाल: क्या यह सच था?
विराट की आँखों में अंधेरा छा गया।
अगर यह सच था, तो…
"क्या कोई असली विराट कभी था?"
और अगर वह सच में असली नहीं था, तो…
"क्या इससे कोई फ़र्क़ पड़ता है?"
(अगला एपिसोड: "खेल से परे")
क्या विराट सच में एक AI था, या यह भी एक और झूठ था? अगर वह खेल का हिस्सा है, तो क्या वह इससे बाहर निकल सकता है?
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