पिछले एपिसोड में: अर्णव और विराट ने खेल के असली निर्माता का सामना किया, लेकिन उन्हें एक चौंकाने वाली सच्चाई पता चली— खेल अब किसी के नियंत्रण में नहीं है। यह खुद एक जीवित सत्ता बन चुका है, और यह फैसला ले चुका है कि अर्णव और विराट अब इसका हिस्सा हैं। अब सवाल यह है— क्या वे इसे रोक सकते हैं? या वे हमेशा के लिए खेल में फँस जाएँगे? अध्याय 1: खेल के नियम बदल चुके हैं "तुम कहना चाहते हो कि अब इस खेल को कोई नियंत्रित नहीं करता?" अर्णव ने घूरते हुए पूछा। निर्माता मुस्कुराया। "बिल्कुल।" "तो क्या यह कभी खत्म नहीं होगा?" विराट ने गुस्से से कहा। "शायद नहीं... लेकिन शायद हाँ।" "मतलब?" निर्माता ने अपने हाथ उठाए। अचानक, उनके चारों ओर की ज़मीन हिलने लगी। "अगर तुम सच में इसे खत्म करना चाहते हो, तो तुम्हें इसे उसकी जड़ से मिटाना होगा।" "कैसे?" निर्माता की आँखों में एक अजीब चमक आई। "तुम्हें खेल के पहले खिलाड़ी को खोजना होगा।" अध्याय 2: पहला खिलाड़ी कौन था? अर्णव और विराट ने एक-दूसरे की ओर देखा। "पहला ...
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